" पता है माँ, मेरी नानी कहती हैं कि कुछ लोग उपजाऊ मिट्टी के जैसे होते हैं। " पता है माँ, मेरी नानी कहती हैं कि कुछ लोग उपजाऊ मिट्टी के जैसे होते हैं।
माता पिता एक वटवृक्ष की तरह होते हैं। माता पिता एक वटवृक्ष की तरह होते हैं।
मेरा प्रादुर्भाव ज्यादा पुराना नहीं, लेकिन कुछ ही दशकों में मैं, अनेक बुराई का साक्षी हुआ मेरा प्रादुर्भाव ज्यादा पुराना नहीं, लेकिन कुछ ही दशकों में मैं, अनेक बुराई का स...
अब मैं नहीं रहा। सुनने में आता है वो कहते हैं मैंने जीवन में कुछ नहीं किया। ना ही उनके लिए और ना कभी... अब मैं नहीं रहा। सुनने में आता है वो कहते हैं मैंने जीवन में कुछ नहीं किया। ना ह...
खामोशियों की सदायें बुला रही हैं तुम्हें। खामोशियों की सदायें बुला रही हैं तुम्हें।
तुम्हारे नन्हे पौधे(बच्चे) अब व्यस्क हो चले हैं। हर रोज पानी खाद की चिंता करना जरूरी नहीं। अपना ध्या... तुम्हारे नन्हे पौधे(बच्चे) अब व्यस्क हो चले हैं। हर रोज पानी खाद की चिंता करना ज...